कोविदः - अन्वयक्रमः #12
स त्वं मदीयेन शरीरवृत्तिं देहेन निर्वर्तयितुं प्रसीद ।
दिनावसानोत्सुकबालवत्सा विसृज्यतां धेनुरियं महर्षेः ॥
पदविभागः | विवर्णम् | प्रतिपदार्थम् |
---|---|---|
सः | तद् / पुं / प्र.वि / ए.व | he |
त्वम् | युष्मद् / त्रि / प्र.वि / ए.व | you |
मदीयेन |
मदीय / त्रि / तृ.वि / ए.व पदविवरणम् :- अस्मद् + छ [तद्धित] = मत् + छ [तद्धित] = मत् + ईय = मदीय (= मह्यं हितम् । तस्मै हितम् इति सूत्रम् ।) (= mine, my own) |
my |
शरीरवृत्तिम् |
शरीरवृत्ति / स्त्री / द्वि.वि / ए.व धातुविवरणम् :- वृत् [वृतुँ वर्तने ; भ्वादिः ; आत्मनेपदी ; अकर्मकः ; सेट्] (to be, to happen, to be present) पदविवरणम् :- शरीर / नपुं (= body) वृत् + क्तिन् = वृत्ति / स्त्री (= state, condition) समासविवरणम् :- [षष्ठीतत्पुरुषसमासः] शरीरस्य वृत्तिः = शरीरवृत्तिः (= state / condition of the body) |
state / condition of the body |
देहेन | देह / पुं / तृ.वि / ए.व | with the body |
निर्वर्तयितुम् |
निर्वर्तयितुम् / अव्ययम् धातुविवरणम् :- वृत् [वृतुँ वर्तने ; भ्वादिः ; आत्मनेपदी ; अकर्मकः ; सेट्] (to be, to happen, to be present) पदविवरणम् :- निर् + वृत् + णिच् + तुमुँन् = निर्वर्तयितुम् / अव्ययम् (= to accomplish) |
to accomplish |
प्रसीद |
प्र + सद् + कर्तरि लोँट् / म.पु / ए.व धातुविवरणम् :- सद् [षदॢँ विशरणगत्यवसादनेषु ; भ्वादिः ; परस्मैपदी ; सकर्मकः ; अनिट्] (to go, to lose power, to be tired, to dry up, to destroy, to wither, to despond, to lose interest) |
let you be pleased |
दिनावसानोत्सुकबालवत्सा |
दिन-अवसान-उत्सुक-बाल-वत्सा / स्त्री / प्र.वि / ए.व धातुविवरणम् :- सो [षो अन्तकर्मणि ; दिवादिः ; परस्मैपदी ; सकर्मकः ; अनिट्] (to kill, to destroy, to terminate, to finish, to end) सु [षु प्रसवैश्वर्ययोः ; अदादिः ; परस्मैपदी ; सकर्मकः ; अनिट्] (to give birth, to procreate, to become pregnant, to possess power, to possess supremacy) पदविवरणम् :- दिन / नपुं (= day) अव + सो + ल्युट् = अवसान / नपुं (= conclusion, termination, cessation) उत् + सु + क्विप् = उत्सुक / त्रि (-कः-का-कं) (= anxiously desirous, eagerly expecting, fond of, attached to) बाल / पुं (= young) वत्स / पुं & स्त्री (-सः-सा) (= child) समासविवरणम् :- [षष्ठीतत्पुरुषसमासः] दिनस्य अवसानम् = दिनावसान (= end of the day) [विशेषण-पूर्वपद-कर्मधारयसमासः] बालः च असौ वत्सः च = बालवत्सः (= young calf) [विशेषण-पूर्वपद-कर्मधारयसमासः] उत्सुकः च असौ बालवत्सः च = उत्सुकबालवत्सः (= young calf who is eagerly expecting) [बहुव्रीहिसमासः] दिनावसाने उत्सुकबालवत्सः यस्याः सा = दिनावसानोत्सुकबालवत्सा (= she, whose young calf is eagerly expecting (her mother's arrival) at the end of the day) |
she, whose young calf is eagerly expecting (her mother's arrival) at the end of the day |
विसृज्यताम् |
वि + सृज् + कर्मणि लोँट् / प्र.पु / ए.व धातुविवरणम् :- सृज् [सृजँ विसर्गे ; दिवादिः ; आत्मनेपदी ; अकर्मकः ; अनिट्] (to discharge, to let loose, to let off) |
be left, abandoned, dismissed |
धेनुः | धेनु / स्त्री / प्र.वि / ए.व | the milk-yielding cow |
इयम् | इदम् / स्त्री / प्र.वि / ए.व | this |
महर्षेः | महर्षि / पुं / ष.वि / ए.व | of the Maharṣi |
विवरणानि | क्रियापदानि | |||||
---|---|---|---|---|---|---|
प्रधानक्रिया 1.0 (प्रसीद) | गौणक्रिया 1.1 (निर्वर्तयितुम्) | प्रधानक्रिया 2.0 (विसृज्यताम्) | ||||
विशेष्यम् | विशेषणम् | विशेष्यम् | विशेषणम् | विशेष्यम् | विशेषणम् | |
प्र.वि | त्वम् | सः | (त्वम्) | धेनुः | इयम् दिनावसानोत्सुकबालवत्सा |
|
स.प्र.वि | ||||||
द्वि.वि | शरीरवृत्तिम् | |||||
तृ.वि | (देहेन) | (मदीयेन) | देहेन | मदीयेन | ||
च.वि | ||||||
प.वि | ||||||
ष.वि | (तव) | महर्षेः | ||||
स.वि | ||||||
अव्ययम् | (निर्वर्तयितुम्) | |||||
अन्वयः | सः त्वं (तव) शरीरवृत्तिं निर्वर्तयितुं मदीयेन देहेन प्रसीद । महर्षेः इयं दिनावसानोत्सुकबालवत्सा धेनुः विसृज्यताम् । | |||||
तात्पर्यम् | TBD | |||||
Purport | To accomplish the sustenance of your body (to satisfy your hunger), let you be pleased with (feed on) my body. Let this milk-yielding cow of the Maharṣi, whose young calf is eagerly expecting (her mother's arrival) at the end of the day, be spared. | |||||
अन्वयरचना |
प्रसीद
|
Veryegood
ReplyDeleteGood
ReplyDelete