भगवद्गीता ॥०१.३३॥ WIP
त इमेऽवस्थिता युद्धे प्राणांस्त्यक्त्वा धनानि च ।
आचार्याः पितरः पुत्रास्तथैव च पितामहाः ॥
| पदविभागः | विवर्णम् | प्रतिपदार्थम् |
|---|---|---|
| Work in progress | ||
| विवरणानि | क्रियापदानि | |
|---|---|---|
| Work in progress | ||
Comments
Post a Comment