शिक्षा - सूक्तिः #01
सतां हि सन्देहपदेषु वस्तुषु प्रमाणमन्तःकरणप्रवृत्तयः ।
पदविभागः | पदविवर्णम् | प्रतिपदार्थम् | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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सताम् |
सत् / पुं / ष.वि / ब.व धातुविवरणम् :- अस् [असँ भुवि ; अदादिः ; परस्मैपदी ; अकर्मकः ; सेट्] (to be, to exist) पदविवरणम् :- अस् + शतृँ = सत् / त्रि (-न्-ती-त्) (= good, venerable)
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of the learned, of the venerable | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
हि | हि / अव्ययम् | indeed, certainly | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
सन्देहपदेषु |
सन्देहपद / पुं / स.वि / ब.व (सन्देहः च असौ पदः च इति सन्देहपदः । तस्मिन् इति सन्देहपदेषु ।) धातुविवरणम् :- दिह् [दिहँ उपचये ; अदादिः ; उभयपदी ; अकर्मकः ; अनिट्] (to grow, to collect, to dishonor) पद् [पदँ गतौ ; दिवादिः ; आत्मनेपदी ; सकर्मकः ; अनिट्] (to go, to attain) पदविवरणम् :- सम् + दिह् + घञ् = सन्देह / पुं (-हः) (= doubt, uncertainity) पद् + अच् = पद / नपुं (-दं) (= word, subject, topic) समासविवरणम् :- [विशेषण-पूर्वपद-कर्मधारय-समासः] सन्देहः च असौ पदः च इति सन्देहपदः । (= doubtful subject) |
in doubtful subjects | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
वस्तुषु | वस्तु / नपुं / स.वि / ब.व | in matters, in topics | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
प्रमाणम् |
प्रमाण / नपुं / द्वि.वि / ए.व धातुविवरणम् :- मा [मा माने ; अदादिः ; परस्मैपदी ; सकर्मकः ; अनिट्] (to measure, to weigh, to limit, to compare in size) पदविवरणम् :- प्र + मा + ल्युट् = प्रमाण / नपुं (-णं) (= authority, testimony) |
authoritative guide, that by which all is measured | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अन्तःकरणप्रवृत्तयः |
अन्तःकरणप्रवृत्ति / स्त्री / प्र.वि / ब.व धातुविवरणम् :- कृ [डुकृञ् करणे ; तनादिः ; उभयपदी ; सकर्मकः ; अनिट्] (to do, to act, to make) वृत् [वृतुँ वर्तने ; भ्वादिः ; आत्मनेपदी ; अकर्मकः ; सेट्] (to be, to happen, to be present) पदविवरणम् :- अन्तः / अव्ययम् (= in, inside) कृ + अप् = कर / त्रि (-रः-रा/री-रं) (= who or what does, makes or causes) प्र + वृत् + क्तिन् = प्रवृत्ति / स्त्री (-तिः) (= conduct) समासविवरणम् :- [विशेषण-पूर्वपद-कर्मधारय-समासः] अन्तर्मध्यवर्त्ति करणं ज्ञानसाधनं इति अन्तःकरणम् । (= conscience) [तृतीया-तत्-पुरुष-समासः] अन्तःकरणेन प्रवृत्तिः इति अन्तःकरणप्रवृत्तिः । (= conduct by the conscience) |
conduct by the conscience |
विषयः | विवरणम् |
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अन्वयः | सन्देहपदेषु वस्तुषु सताम् अन्तःकरणप्रवृत्तयः हि प्रमाणम् (अस्ति) । |
Purport | In matters that are subjects of doubt, the conduct (tendencies, inclinations, promptings) by the conscience of the good men are certainly an authoritative guide (to the truth). |
Very Good analysis & explanation
ReplyDeleteThank you very much 🙏
DeleteExcellent
ReplyDeleteThank you 🙏
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